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19 Aug 2021 · 2 min read

*अफगानिस्तान*

Dr Arun Kumar Shastri ek abodh balak *arun atript
* अफगानिस्तान *

वैश्विक पटल पर हालिया हालात में सबसे अधिक चौंका देने वाली घटना 20 साल बाद तालिबान की फिर बापिसि । सम्पूर्ण अफगानिस्तान पर कब्जा और चुनींदा सरकार के नुमाइंदों का मुँह छुपा कर कायराना पलायन अर्थात उधार की सरकार अमेरिका की अद्भुत नीति अडॉप्टेड अफगानिस्तान को अधर में छोड़ वहां से सभी कार्यकर्ताओं को घर लौटने के आदेश वैश्विक समीक्षा के अंतर्गत अत्यंत शर्मनाक महिलाओं बच्चियों बुजुर्गों व असहाय लोगों का जीवन अत्यधिक खतरे में । सम्पूर्ण विश्व के लिए चिंता का विषय, पाकिस्तान चाइना की सांठगांठ तालिबान को समर्थन आदि 2 के परिवेश में लिखी गई ये रचना प्रस्तुत करते हुए आपका अपना

एक अबोध बालक अरुण अतृप्त

बरसों पुराना तिलिस्म आख़िर टूट गया।।
अफगानिस्तान की नपुंसक सरकार का
दिखावटी पौरुष भृम आखिर बिखर गया।।
अमरीका के डंडो की बैसाखी काम न आई
मुशकिल घड़ी में वो भी पल्लू झाड़ गया ।।
तालिबानों ने कर ही डाली मनमानी अपनी
एक एक कर पूरा अफगानिस्तान जीत लिया ।।
सेना में छुप छुप सब शामिल होने लगे
वर्चस्व सुरक्षा का ही खोखला हो गया ।।
खाकर सरकारी माल ट्रेनिंग पाई थी
वैसे तो सब तालिबानी थे लेकिन राष्ट्रीयता
की शपथ दोहरा कर दोहन नीति बनाई थी
उस नीति से, उस नीति से अभेद किला भी जीत लिया ।।
बरसों पुराना तिलिस्म आख़िर टूट गया।।
अफगानिस्तान की नपुंसक सरकार का
दिखावटी पौरुष भृम आखिर बिखर गया।।
अमरीका के डंडो की बैसाखी काम न आई
मुशकिल घड़ी में वो भी पल्लू झाड़ गया ।।

देख रहा है विश्व अभी मुर्गे सा मुँह उचकाए
अफगानी ऊँट की करवट आखिर किस बल जाए ।।
ऐसी उहा पोह मची वहाँ पर के सामान्य नागरिक का
स्वर्णिम युग का सपना ही टूट गया ।।
भागम भाग मची है भगदड़ बचकानी सी
सब तरफ है मनमानी सी ।।
कोई भागे विमान के पीछे कोई छत पर जा बैठा
कोई कोई तो फ्यूल टैंक पे जा लटका
उड़ने लगा विमान तो सभी का जी घबराएँ
एक एक कर लगे टपकने पके बेर की …नाएँ ।।
साँसों ने सांसारिक बंधन तोड़ दिया
साँसों ने सांसारिक बन्धन तोड़ दिया
जो सपना था उड़ जाने का सो चकनाचूर किया ।।
भारत के सिरमौर रहे दाड़ी खुजलाते
किसी प्रकार एक एक कर भारतीय लोगो को हैं बापिस लाते ।।
पैसा कमाने का भृम आखिर भ्रमित हुआ
जान बचे कैसे ये चिंतन सघन हुआ ।।

बरसों पुराना तिलिस्म आख़िर टूट गया।।
अफगानिस्तान की नपुंसक सरकार का
दिखावटी पौरुष भृम आखिर बिखर गया।।
अमरीका के डंडो की बैसाखी काम न आई
मुशकिल घड़ी में वो भी पल्लू झाड़ गया ।।

Language: Hindi
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