अपराध
लघुकथा
अपराध
– बीजेन्द्र जैमिनी
वह तेजी से मोटर साईकिल पर जा रहा था । नौजवान लड़की ने आवाज दी – क्या ! आप पुलिया की ओर जा रहे हो ? वह मोटर साईकिल वाला आवाज सुन कर , वपिस मोड़ कर , आ कर खड़ा हो गया !
– मेरी माता जी को पुलिया तक छोड़ देना ?
वह मोटर साईकिल वाला,उस नौजवान लड़की को धूरता हुआ,बड़बड़ता हुआ,वपिस मोटर साईकिल मोड कर नौ-नौ -ग्यारह हो गया ।
उस नौजवान को लगा , मानों उस ने कोई अपराध कर दिया है ? ##