अपराधी कौन
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आज फिर डॉक्टर दीपक पीकर आया था, हमेशा की ही तरह तोड़फोड़ मचाना, मरने की धमकी और फिर बेसुध होकर बिस्तर पर सो जाना। उसकी पत्नी रीमा भी नामी चिकित्सक है। दोनों की लव मैरिज थी, रीमा गोल्ड मेडलिस्ट और दीपक भी पढ़ने में बहुत होशियार लेकिन उसकी एक आदत (शराब पीने की) ने पूरा कैरियर, घर, परिवार, रिश्ते सब बर्बाद कर के रख दिया। शुरू में रीमा को पता ही नहीं चल पाया, कि प्रदीप ड्रिंक करता है, दो महीने में ही शादी भी हो गई। और फिर उस पर जो अत्याचारों का सिलसिला शुरू हुआ तो थमने का नाम ही नहीं। रीमा के सास ससुर, जेठ जेठानी, ननद ननदोई, सब जैसे उसको चूसने में लगे रहते। कोई ज्यादा पढ़ा लिखा था नहीं, उन्हें तो बस पैसे चाहिए थे, बेटा भी मरे तो मरे, क्योंकि उसकी पॉलिसी की नोमिनी भी मां ही थी, यहां तक कि एटीएम कार्ड, वेतन के पैसे वगैरह भी रीमा का ससुर ही रखता। प्रदीप को कई बार पैसे न होने पर रीमा के सामने शर्मिंदा भी होना पड़ता, लेकिन रीमा संभाल लेती। मायके से संबंध रखना ही नहीं चाहते थे। शुरु शुरु में तो रीमा को बहुत अजीब लगता था, लेकिन अब आदत पड़ चुकी थी। वो दोनों ही कमाऊ होते हुए भी, बेरोजगारों से भी गए बीते रहने को मजबूर थे। लेकिन रीमा क्या करती, सारे घरवाले प्रदीप को शराब में डूबा ही देखना चाहते थे, और उसके सामने सभी बेचारगी का नाटक करते। एक दिन पता चला कि प्रदीप का लीवर खराब हो गया है, उसे लेकर यहां से वहां दौड़भाग सेवा, बच्चे को अपनी मां के पास छोड़ जॉब भी करना, अब पूरा ससुराल खुश है। उस पर शराब पीने का ठीकरा भी बहू के ऊपर, बेचारी रीमा एक ऐसे अपराध की सजा भुगत रही है, जो उसने किया ही नहीं। क्या प्यार करना गुनाह था? ऐसा परिवार होते हुए भी, पति का साथ निभाना क्या गुनाह था? आखिर उसे प्यार करने की इतनी बड़ी सजा क्यों?
नेशनल फैमिली एंड हेल्थ सर्वे के अनुसार भारत में लगभग 35% महिलाएं (कम ज्यादा भी हो सकती हैं) घरेलू हिंसा की शिकार होती हैं, जिसमें अनपढ़, गरीब या गंवार ही नहीं, अपितु अच्छी पढ़ी लिखी उच्च पदों पर आसीन महिलाएं भी शामिल हैं। शिक्षित महिलाएं भी पुरुष प्रधान समाज में हिंसा की शिकार होती हैं, और लोकलाज के भय से कुछ कह भी नहीं पातीं।
#शराब एक ऐसा नशा, जो आपका विवेक छीन लेता है,अपने ही पत्नी बच्चों का अपराधी भी बना देता है।
__मनु वाशिष्ठ कोटा जंक्शन राजस्थान