अपराधियों ने जमा ली सियासत में पैठ
लंपटों और अपराधियों ने
जमा ली सियासत में पैठ
ऐसे में अपराधियों के कान
विधि से कौन सकता है ऐंठ
बड़े बड़े संघों और संस्थानों पे
कुंडली मारे बैठे दागी राजनेता
ऐसे में आम आदमी के हितों
की कौन करेगा यहां चिंता
दागी नेताओं की सभी दलों
में आवाजाही बहुत आसान
उनके हितों के रक्षक वो लोग
बने जो खुद को मानते महान
सांसद और विधायक बनकर
अपराधी खड़ा कर रहे धन सुमेरु
लोकतंत्र के तीनों स्तंभों में दम
नहीं कि वे कभी आंखें सकें तरेर
आम जनता के नाम पर वो करते
खुलेआम सरकारी खजाने की लूट
कमीशन में डूबी अफसरशाही भी
करती उनकी तरफदारी मजबूत
सांसद और विधायक बनने से पूर्व
जो नेता रहे बाइक को मोहताज
पांच साल में वाहनों के काफिले
और महल के हो जाते हैं अधिराज
आखिर क्यों नहीं होती कभी सभी
सांसदों, विधायकों की गहन जांच
फिर देश प्रदेश में भला कैसे रुकेगा
कमीशनखोर राजनीति का नंगा नाच