अपने ही अनजान
हुआ मुझे सच बोलकर,यूँ तो बड़ा गुरूर ।
मगर ठिकाने हो गए..,….संबंधों के दूर ।।
मैनें सच्ची बात का, जब-जब किया बखान ।
मेरे तब-तब हो गये,….. मुझसे ही अनजान !!
रमेश शर्मा.
हुआ मुझे सच बोलकर,यूँ तो बड़ा गुरूर ।
मगर ठिकाने हो गए..,….संबंधों के दूर ।।
मैनें सच्ची बात का, जब-जब किया बखान ।
मेरे तब-तब हो गये,….. मुझसे ही अनजान !!
रमेश शर्मा.