अपने स्वास्थ्य को लेकर हम भारतीय इतने लापरवाह क्यों ?
भारत इस वक्त दुनिया का सबसे अधिक जनसंख्या वाला दूसरा देश है। जिस हिसाब से भारत की जनसंख्या बढ़ रही है, उसे देखते हुए लगता है कि जल्द ही भारत पहले स्थान में पहुंच जाएगा। आज भी हमारे देश में शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार मुख्य समस्या है। जिसके कारण देश की आर्थिक स्थिति लगातार गिरती जा रही है। अगर हमें स्वास्थ्य की बात करें, तो यह कुछ हमारे ऊपर भी निर्भर करता है कि हम अपने स्वास्थ्य के प्रति कितने जवाबदेह है। योग भारत की अमूल्य धरोहर है, इसके बावजूद भी हम भारतीय योग और ध्यान क्रिया से बहुत दूर हैं। क्या हम भारतीय इतने लापरवाह हो चुके है कि हम अपनी ही धरोहर योग को अपनाना नहीं चाहते है ?
योग स्वस्थ रहने का सबसे आसान और आध्यात्मिक तरीका है। योग से हम अपने शरीर ही नहीं अपितु अपने मन को भी स्वस्थ रख सकते है। इसलिए हम सभी भारतीयों को योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करना चाहिए। जिससे हम सभी स्वस्थ व फिट भारत की एक नई कल्पना कर सकते है। अगर आप मोबाइल का इस्तेमाल करते है, तो सोशल मीडिया में कई ऐसे ऐप हैं, जिन की सहायता से हम और आप योग को अपने जीवन में शामिल कर सकते है। इन्हीं ऐप में से हम एक योग व मेडिटेशन ऐप के बारे में आपको बताना चाहते हैं। आप सच में योग और मेडिटेशन को अपने जीवन में शामिल करना चाहते है, तो आपको एका मेडिटेशन ऐप के बारे में जरूर जानना चाहिए। एका मेडिटेशन ऐप भारत का नंबर #1 हिंदी योग व मेडिटेशन ऐप है। एका आपको मुख्य रूप से हिंदी और अंग्रेजी भाषा में चलाने को मिलेगा। इसके अलावा आपको एका मेडिटेशन ऐप में योग से जुड़े कई विशेषज्ञों से जानकारी प्राप्त होगी, फ्री वेबनार में शामिल होने का मौका मिलेगा व योग और मेडिटेशन की सही और सटीक जानकारी उपलब्ध होगी। जिससे आप योग और ध्यान की गहराइयों को महसूस कर सकते है। एका ऐप एक भारतीय स्वदेशी ऐप है, जिसे भारत की बेटी प्रियंका द्वारा निर्मित किया गया है।
हम सभी भारतीयों को अपने स्वास्थ के बारे में गंभीरता से सोचना चाहिए, ताकि हमारा देश तंदुरुस्त व स्वस्थ रहे। आज हमारे देश में 45-50 साल के उम्र वाले हर दूसरा व्यक्ति किसी ना किसी बीमारी से ग्रस्त है। क्या इस विषय पर आप-हम सोच रहे हैं..? हम आज सिर्फ पैसे के पीछे भाग रहे हैं, मगर हम यह भूल गए हैं कि पैसे से ज्यादा महत्वपूर्ण हमारा स्वास्थ्य और शरीर है। इसलिए हमें अपने शरीर स्वास्थ्य के प्रति जवाबदेही होना चाहिए, तभी हम स्वस्थ जीवन जी सकते है।
जब देश की जनता स्वस्थ रहेगी, तभी हमारा देश सही से विकास का राह पर चलेगा। योग और ध्यान क्रिया से हम अनेकों बीमारियों से बचते हैं। अगर आप नियमित योग करते हैं तो आपका शरीर हमेशा स्वस्थ रहता है। जिससे आपके मन, मस्तिष्क का विकास होता है। योग को अपने जीवन में शामिल करने के लिए हमें किसी रॉकेट साइंस की जरूरत नहीं है। अगर किसी चीज की जरूरत है तो वह आपके आत्मविश्वास और दृढ़ संकल्प की है। आइये स्वस्थ भारत की कल्पना के लिए योग और मेडिटेशन को अपने जीवन में शामिल कर एक स्वस्थ जीवन की ओर कदम बढ़ाते है और भारतीय धरोहर योग व ध्यान को आगे बढ़ाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान देते है। जिससे हमारी आने वाली पीढ़ी हमारी इस धरोहर को जान सकें और इस पर गर्व महसूस कर सकें।