Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Jan 2023 · 1 min read

अपने योग्यता पर घमंड होना कुछ हद तक अच्छा है,

अपने योग्यता पर घमंड होना कुछ हद तक अच्छा है,
परंतु अपने ज्ञान पर घमंड होना मूर्खता है |

2 Likes · 265 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
"फेसबुक मित्रों की बेरुखी"
DrLakshman Jha Parimal
तुम आ जाओ एक बार.....
तुम आ जाओ एक बार.....
पूर्वार्थ
Hallucination Of This Night
Hallucination Of This Night
Manisha Manjari
सामाजिक बहिष्कार हो
सामाजिक बहिष्कार हो
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
आंदोलन की जरूरत क्यों है
आंदोलन की जरूरत क्यों है
नेताम आर सी
प्रदूषण
प्रदूषण
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
उत्तर से बढ़कर नहीं,
उत्तर से बढ़कर नहीं,
sushil sarna
नारी-शक्ति के प्रतीक हैं दुर्गा के नौ रूप
नारी-शक्ति के प्रतीक हैं दुर्गा के नौ रूप
कवि रमेशराज
मां तुम्हारा जाना
मां तुम्हारा जाना
अनिल कुमार निश्छल
लिखना पूर्ण विकास नहीं है बल्कि आप के बारे में दूसरे द्वारा
लिखना पूर्ण विकास नहीं है बल्कि आप के बारे में दूसरे द्वारा
Rj Anand Prajapati
*जुदाई न मिले किसी को*
*जुदाई न मिले किसी को*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
वन्दे मातरम वन्दे मातरम
वन्दे मातरम वन्दे मातरम
Swami Ganganiya
जिंदगी उधार की, रास्ते पर आ गई है
जिंदगी उधार की, रास्ते पर आ गई है
Smriti Singh
अब क्या करे?
अब क्या करे?
Madhuyanka Raj
" दिल गया है हाथ से "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
कड़वा सच
कड़वा सच
Sanjeev Kumar mishra
याचना
याचना
Suryakant Dwivedi
बिहार के रूपेश को मिला माँ आशा देवी स्मृति सम्मान और मुंशी प्रेमचंद शिरोमणि सम्मान
बिहार के रूपेश को मिला माँ आशा देवी स्मृति सम्मान और मुंशी प्रेमचंद शिरोमणि सम्मान
रुपेश कुमार
बैठ सम्मुख शीशे के, सखी आज ऐसा श्रृंगार करो...
बैठ सम्मुख शीशे के, सखी आज ऐसा श्रृंगार करो...
Niharika Verma
!..........!
!..........!
शेखर सिंह
वक़्त की फ़ितरत को महफूज़ करें कैसे,
वक़्त की फ़ितरत को महफूज़ करें कैसे,
Dr fauzia Naseem shad
बदले की चाह और इतिहास की आह बहुत ही खतरनाक होती है। यह दोनों
बदले की चाह और इतिहास की आह बहुत ही खतरनाक होती है। यह दोनों
मिथलेश सिंह"मिलिंद"
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
जो नभ को कण समझता है,
जो नभ को कण समझता है,
Bindesh kumar jha
*अपने भारत देश को, बॉंट रहे हैं लोग (कुंडलिया )*
*अपने भारत देश को, बॉंट रहे हैं लोग (कुंडलिया )*
Ravi Prakash
4366.*पूर्णिका*
4366.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
युवा शक्ति
युवा शक्ति
संजय कुमार संजू
हुआ उजाला धरती अम्बर, नया मसीहा आया।
हुआ उजाला धरती अम्बर, नया मसीहा आया।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
"पलायन"
Dr. Kishan tandon kranti
बुंदेली दोहा-पीपर
बुंदेली दोहा-पीपर
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
Loading...