अपने भीतर का रावण…
सत्य- अहिंसा स्थापन में,
हर प्रयास हो पावन ।।
करनी तेरी कर्मठ हो,
मंशा तेरी मनभावन ।
फिर तुम्हीं बताओ कब मारोगे,
अपने भीतर का रावण ।।।
सत्य- अहिंसा स्थापन में,
हर प्रयास हो पावन ।।
करनी तेरी कर्मठ हो,
मंशा तेरी मनभावन ।
फिर तुम्हीं बताओ कब मारोगे,
अपने भीतर का रावण ।।।