अपने पुस्तक के प्रकाशन पर —
अपने पुस्तक के प्रकाशन पर —
मैं एक बिखरा हुआ दस्तावेज थी,मुझे समेटकर एक क़िताब की शक़्ल में ढ़ाल दिया है,साहित्य पीडिया ने।
मेरी ज़िंदगी के तमाम ख्वाबों की ,एक पल में ताबीर कर दी है,,,साहित्य पीडिया ने।
मैं तहे दिल से शुक्रगुज़ार हूँ,,,आपकी पूरी टीम की।