अपने पराए
दुश्मन को ढूढने की जरूरत नहीं ,
अपने घर में ही बहुत मिल जायेंगे ।
गैरों को भी अपना बनते देखा है ,
वरना अपने तो यहां गैर ही मिलेंगे ।
दुश्मन को ढूढने की जरूरत नहीं ,
अपने घर में ही बहुत मिल जायेंगे ।
गैरों को भी अपना बनते देखा है ,
वरना अपने तो यहां गैर ही मिलेंगे ।