अपने आप को बदलने की ओर एक कदम।
हर नया दिन , हर नई सुबह, हमारे लिए कल से भी बेहतर बनने का एक अवसर होता है।
१अगर आप आपने आप को बदलना चाहते तो सबसे पहले हमे अपनी संगती पर ध्यान देना होगा। आपने वो कहावत तो सुनी ही होगी, जैसी संगत , वैसी रंगत।
२इसके बाद हमे अपने बोलने के तरीके में बदलाव लाकर मीठा बोलने का अभ्यास करना चाहिए।
३हमे आपने विचार सकारात्मक रखने चाहिए क्योंकि विचार दिमाग का खाना है। तो जैसे आपके विचार वैसी आपकी वाणी।
धन्यवाद।