अपनी नगरी में हमें बुलाओ कान्हा
अपनी नगरी में हमें बुलाओ कान्हा
अपनी नगरी में हमें बुलाओ कान्हा
हमरे संग रास रचाओ कान्हा
हमें अहम् से बचाओ कान्हा
हमें भी अपना बनाओ कान्हा
अपने चरणों में बिठाओ कान्हा
अपना शागिर्द बनालो कान्हा
चरण कमल में रख लो कान्हा
कीर्ति की राह दिखाओ कान्हा
विती मेरी सुनलो कान्हा
सलिला सा पावन कर दो कान्हा
मन मंदिर में बस जाओ कान्हा
विलक्षण भाग्य जगाओ कान्हा
तुझ पर मैं बलि जाऊँ कान्हा
निर्दोष चरित्र बनाओ कान्हा
मुझ पर दया दिखाओ कान्हा
तुझ पर बलि – बलि जाऊँ कान्हा
परिचय मेरा, मुझसे कराओ कान्हा
अपना सेवक बनाओ कान्हा
अपयश से हमें बचाओ कान्हा
पावन हमें , बनाओ कान्हा