अनोखे संसार की रचना का ताना बाना बुनने की परिक्रिया होने लगी
अनोखे संसार की रचना का ताना बाना बुनने की परिक्रिया होने लगी है ! एक तरफ अनजाने डगर पर निकल पड़े हैं ! सब के सब अपरचित फिर भी ललक है लोगों से जुड़ने की ! लोगों ने सुरक्षा के दृष्टिकोण से अपने प्रोफाइल को “लॉक ” कर रखा है ! नयी संभावनाओं के साथ दुर्घटनाओं की आशंका भी बलवती होने लगी है ! फिर भी चैन कहाँ लोगों को ? मित्रता का अनुरोध मानो बुलेट ट्रैन की गति पकड़ ली हो ! मित्रता की बढ़ोतरी ऐसा प्रतीत होने लगा है जैसे सेना का कोई विशाल रेजिमेंट बनाने की कोई प्रतिस्पर्धा चल पड़ी हो ! ” लॉक प्रोफाइल अनुरोध ” अधिकांशतः ताश के पत्ते के महल के तरह प्रारंभ में प्रतीत होता है ! यहाँ भी पारदर्शिता के आभाव में ये ढ़हने लगता है !@परिमल