अनुभव-मेरे जीवन का-6
माँ मिली पर ममता ना मिली ,
पिता मिला प्यार ना मिला ,
मनोहर जो भी मिला बेवफा मिला ,
हाय , कैसा ये ऊजड़ा संसार मिला l
खुद को मनोहर आजमाना चाहता हूँ ,
ठिकाना कोई बनाना चाहता हूँ ,
रास ना आयी जालिम दुनिया तो ,
जहां कोई नया बनाना चाहता हूँ l