अनुभव-मेरे जीवन का-1
आँखे झूठी , बातें झूठी ,
चेहरा सारा झूठा है ,
बाहर अंदर सारा झूठा ,
ईमां ही तेरा झूठा है |
इस चेहरे के उपर न जाने ,
और भी कितनी कालिमाई है ,
कपट की लहरें तेरे भीतर ,
ना जाने कितनी गहराई हैं l
आँखे झूठी , बातें झूठी ,
चेहरा सारा झूठा है ,
बाहर अंदर सारा झूठा ,
ईमां ही तेरा झूठा है |
इस चेहरे के उपर न जाने ,
और भी कितनी कालिमाई है ,
कपट की लहरें तेरे भीतर ,
ना जाने कितनी गहराई हैं l