Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Jul 2020 · 1 min read

अनलाॅक- 2

अनलाॅक- 2
देखो बेसमझी मत करना,
सुनो अभी पड़ेगा डरना।

सूखी नदी में कैसे तरना,
पानी हो तो बहता झरना।

जीवन अमूल्य, बचा अगर ना,
सपनों में तू घोल जहर ना।

सोच समझ ही घर से निकलना,
संशय है विषाणु का मरना।

साफ़ मास्क और हाथ धोना,
दो गज की दूरी भूलो ना।

सकारात्मक रहना दूर डगर ना,
अनलॉक- 2 *संभल *कर देर ना।
अरुणा डोगरा शर्मा,
मोहाली। ✍©

Language: Hindi
Tag: गीत
6 Likes · 1 Comment · 322 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Aruna Dogra Sharma
View all
You may also like:
क्षणभंगुर
क्षणभंगुर
Vivek Pandey
प्रदीप छंद
प्रदीप छंद
Seema Garg
Beginning of the end
Beginning of the end
Bidyadhar Mantry
उस स्त्री के प्रेम में मत पड़ना
उस स्त्री के प्रेम में मत पड़ना
Shubham Anand Manmeet
*गैरों से तो संबंध जुड़ा, अपनों से पर टूट गया (हिंदी गजल)*
*गैरों से तो संबंध जुड़ा, अपनों से पर टूट गया (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
मन  के  दरवाजे पर  दस्तक  देकर  चला  गया।
मन के दरवाजे पर दस्तक देकर चला गया।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
बोलो क्या कहना है बोलो !!
बोलो क्या कहना है बोलो !!
Ramswaroop Dinkar
महाकाल हैं
महाकाल हैं
Ramji Tiwari
3463🌷 *पूर्णिका* 🌷
3463🌷 *पूर्णिका* 🌷
Dr.Khedu Bharti
झोपड़ियों से बांस खींचकर कैसे मैं झंडा लहराऊँ??
झोपड़ियों से बांस खींचकर कैसे मैं झंडा लहराऊँ??
दीपक झा रुद्रा
टमाटर के
टमाटर के
सिद्धार्थ गोरखपुरी
जिसकी भी आप तलाश मे हैं, वह आपके अन्दर ही है।
जिसकी भी आप तलाश मे हैं, वह आपके अन्दर ही है।
Yogi Yogendra Sharma : Motivational Speaker
आडम्बर के दौर में,
आडम्बर के दौर में,
sushil sarna
कर्म कभी माफ नहीं करता
कर्म कभी माफ नहीं करता
नूरफातिमा खातून नूरी
किसी के साथ वक्त बिताना एक अनमोल तोहफा है उसकी कद्र करके रिश
किसी के साथ वक्त बिताना एक अनमोल तोहफा है उसकी कद्र करके रिश
पूर्वार्थ
मेरे खाते में भी खुशियों का खजाना आ गया।
मेरे खाते में भी खुशियों का खजाना आ गया।
सत्य कुमार प्रेमी
"सियासत"
Dr. Kishan tandon kranti
बैठी थी मैं सजन सँग कुछ कह के मुस्कुराए ,
बैठी थी मैं सजन सँग कुछ कह के मुस्कुराए ,
Neelofar Khan
गैरों से जायदा इंसान ,
गैरों से जायदा इंसान ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
सच तो लकड़ी का महत्व होता हैं।
सच तो लकड़ी का महत्व होता हैं।
Neeraj Agarwal
इंतज़ार मिल जाए
इंतज़ार मिल जाए
Dr fauzia Naseem shad
कहते हैं लड़कों की विदाई नहीं होती .
कहते हैं लड़कों की विदाई नहीं होती .
Manisha Manjari
सावन भादों
सावन भादों
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
दुनिया वाले कहते अब दीवाने हैं..!!
दुनिया वाले कहते अब दीवाने हैं..!!
पंकज परिंदा
मैं सब कुछ लिखना चाहता हूँ
मैं सब कुछ लिखना चाहता हूँ
Neeraj Mishra " नीर "
तंग अंग  देख कर मन मलंग हो गया
तंग अंग देख कर मन मलंग हो गया
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
बिन बुलाए कभी जो ना जाता कही
बिन बुलाए कभी जो ना जाता कही
कृष्णकांत गुर्जर
दहेज़ …तेरा कोई अंत नहीं
दहेज़ …तेरा कोई अंत नहीं
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
#साहित्य_में_नारी_की_भूमिका
#साहित्य_में_नारी_की_भूमिका
पूनम झा 'प्रथमा'
Let us converse with ourselves a new this day,
Let us converse with ourselves a new this day,
अमित
Loading...