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15 Aug 2024 · 1 min read

अनमोल जीवन के मर्म को तुम समझो…

अनमोल जीवन के मर्म को तुम समझो…
सद्कर्म की राह से इधर-उधर मत भटको!
बहुत मिलेंगे राहों में मन भटकाने वाले तुझे,
मंज़िल तक का सफ़र करना है,ये तुम कह दो!

…. अजित कर्ण ✍️

1 Like · 44 Views
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