“अनपढ़ी किताब सा है जीवन ,
“अनपढ़ी किताब सा है जीवन ,
कोशिश करे पढ़ने की ,
रहस्य पूर्ण हर पृष्ठ कोशिश करे समझने की ,
निसंदेह होगा सब कुछ विचित्र ,
समझना होगा हर चित्र ,
किंचित प्रयास कर , कोशिश करे आत्मसात करने की l”
“नीरज कुमार सोनी”
“जय श्री महाकाल”🕉️