Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Jun 2021 · 1 min read

अनजान बन गए

अरमान प्यार के सब शमशान बन गए
बदनाम इस कदर हुए पहचान बन गए
उसने भी प्यार का कुछ रिश्ता निभाया जो
कहते रहे हम जान वो अनजान बन गए

Language: Hindi
2 Likes · 264 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
आसान नही सिर्फ सुनके किसी का किरदार आंकना
आसान नही सिर्फ सुनके किसी का किरदार आंकना
Kumar lalit
अदरक वाला स्वाद
अदरक वाला स्वाद
दुष्यन्त 'बाबा'
"दीवारें"
Dr. Kishan tandon kranti
सिर्फ उम्र गुजर जाने को
सिर्फ उम्र गुजर जाने को
Ragini Kumari
■ नि:शुल्क सलाह।।😊
■ नि:शुल्क सलाह।।😊
*Author प्रणय प्रभात*
-- कैसा बुजुर्ग --
-- कैसा बुजुर्ग --
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
सत्य की खोज
सत्य की खोज
Rekha Drolia
पर्दा हटते ही रोशनी में आ जाए कोई
पर्दा हटते ही रोशनी में आ जाए कोई
कवि दीपक बवेजा
*सुनकर खबर आँखों से आँसू बह रहे*
*सुनकर खबर आँखों से आँसू बह रहे*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
बहुजन विमर्श
बहुजन विमर्श
Shekhar Chandra Mitra
तुझे जब फुर्सत मिले तब ही याद करों
तुझे जब फुर्सत मिले तब ही याद करों
Keshav kishor Kumar
मित्र
मित्र
लक्ष्मी सिंह
सफलता
सफलता
Ankita Patel
💐प्रेम कौतुक-411💐
💐प्रेम कौतुक-411💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
सरस्वती वंदना
सरस्वती वंदना
MEENU
" मैं सिंह की दहाड़ हूँ। "
Saransh Singh 'Priyam'
तीर'गी  तू  बता  रौशनी  कौन है ।
तीर'गी तू बता रौशनी कौन है ।
Neelam Sharma
गीतिका/ग़ज़ल
गीतिका/ग़ज़ल
लक्ष्मीकान्त शर्मा 'रुद्र'
सच तो तेरा मेरा प्यार हैं।
सच तो तेरा मेरा प्यार हैं।
Neeraj Agarwal
वसंत
वसंत
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
माँ को अर्पित कुछ दोहे. . . .
माँ को अर्पित कुछ दोहे. . . .
sushil sarna
* शरारा *
* शरारा *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
माता पिता नर नहीं नारायण हैं ? ❤️🙏🙏
माता पिता नर नहीं नारायण हैं ? ❤️🙏🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
నమో గణేశ
నమో గణేశ
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
ऐ सुनो
ऐ सुनो
Anand Kumar
.......रूठे अल्फाज...
.......रूठे अल्फाज...
Naushaba Suriya
बहकी बहकी बातें करना
बहकी बहकी बातें करना
Surinder blackpen
मेरा देश महान
मेरा देश महान
Dr. Pradeep Kumar Sharma
फितरत
फितरत
Anujeet Iqbal
ये आँखे हट नही रही तेरे दीदार से, पता नही
ये आँखे हट नही रही तेरे दीदार से, पता नही
Tarun Garg
Loading...