Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Oct 2024 · 1 min read

अनजाने से प्यार

अनजाने में हो गया, अनजाने से प्यार ।
होने वाले हो रहे,नाहक ही बेजार ।।
रमेश शर्मा

Language: Hindi
1 Like · 53 Views

You may also like these posts

शब्द पिरामिड
शब्द पिरामिड
Rambali Mishra
"युग -पुरुष "
DrLakshman Jha Parimal
उस्ताद नहीं होता
उस्ताद नहीं होता
Dr fauzia Naseem shad
#गुलमोहरकेफूल
#गुलमोहरकेफूल
कार्तिक नितिन शर्मा
सपनों की धुंधली यादें
सपनों की धुंधली यादें
C S Santoshi
थोड़ी थोड़ी शायर सी
थोड़ी थोड़ी शायर सी
©️ दामिनी नारायण सिंह
मिट्टी
मिट्टी
DR ARUN KUMAR SHASTRI
कैसे यकीन करेगा कोई,
कैसे यकीन करेगा कोई,
Dr. Man Mohan Krishna
* बेटियां *
* बेटियां *
surenderpal vaidya
"बेचारा किसान"
Dharmjay singh
■हरियाणा■
■हरियाणा■
*प्रणय*
2507.पूर्णिका
2507.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
सबके राम
सबके राम
Sudhir srivastava
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
1,सदा रखेंगे मान गर्व से ये सर उठा रहा।
1,सदा रखेंगे मान गर्व से ये सर उठा रहा।
Jyoti Shrivastava(ज्योटी श्रीवास्तव)
हिंदी दोहे - सभा (दोहाकार- राजीव नामदेव राना लिधौरी)
हिंदी दोहे - सभा (दोहाकार- राजीव नामदेव राना लिधौरी)
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
तमन्ना है बस तुझको देखूॅं
तमन्ना है बस तुझको देखूॅं
Monika Arora
मैं भटकता ही रहा दश्त ए शनासाई में
मैं भटकता ही रहा दश्त ए शनासाई में
Anis Shah
*सहकारी-युग हिंदी साप्ताहिक का तीसरा वर्ष (1961 - 62 )*
*सहकारी-युग हिंदी साप्ताहिक का तीसरा वर्ष (1961 - 62 )*
Ravi Prakash
देर लगेगी
देर लगेगी
भगवती पारीक 'मनु'
दाता
दाता
Sanjay ' शून्य'
सच कहना जूठ कहने से थोड़ा मुश्किल होता है, क्योंकि इसे कहने म
सच कहना जूठ कहने से थोड़ा मुश्किल होता है, क्योंकि इसे कहने म
ruby kumari
आखिर कब तक?
आखिर कब तक?
Pratibha Pandey
काश ! लोग यह समझ पाते कि रिश्ते मनःस्थिति के ख्याल रखने हेतु
काश ! लोग यह समझ पाते कि रिश्ते मनःस्थिति के ख्याल रखने हेतु
मिथलेश सिंह"मिलिंद"
नारी की स्वतंत्रता
नारी की स्वतंत्रता
SURYA PRAKASH SHARMA
टुकड़े हुए दिल की तिज़ारत में मुनाफे का सौदा,
टुकड़े हुए दिल की तिज़ारत में मुनाफे का सौदा,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
रमेशराज के साम्प्रदायिक सद्भाव के गीत
रमेशराज के साम्प्रदायिक सद्भाव के गीत
कवि रमेशराज
मां! बस थ्हारौ आसरौ हैं
मां! बस थ्हारौ आसरौ हैं
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
व्यक्ति को ह्रदय का अच्छा होना जरूरी है
व्यक्ति को ह्रदय का अच्छा होना जरूरी है
शेखर सिंह
समय का सिक्का - हेड और टेल की कहानी है
समय का सिक्का - हेड और टेल की कहानी है
Atul "Krishn"
Loading...