Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Jun 2020 · 1 min read

” अनचाहा उपहार “

सपने देखते हैं किसी और के ,
वायदा कोई कर जाता है ।
हृदय में कोई बसता है ,
तन किसी और को सौंप दिया जाता है ।
रिश्ते की सच्ची नींव बनाने की कोशिश में ,
हर बात को सांझा किया जाता है ।
पहले हमदर्द बनकर सब कुछ अपना लिया जाता है ,
तीसरे सख्स के बातों की साज़िश सुन ,
शक का बीज बो दिया जाता है ।
अपने हिसाब से हर बात को तौला जाता है ,
नासमझी के दौर में सीधे को भी उल्टा कहा जाता है ।
कुछ ना कहने पर भी ,
अपने आप ही सारा अनुमान लगा लिया जाता है ।
खुद को उस परिस्थिति में रख ,
कहां किसी को जांचा जाता है ।
अपने हट के आगे ,
कहां किसी के विचारधारा को समझा जाता है ।
गैरों की तो बात नहीं कोई ,
अपनों को भी बिना मतलब कहां समझा जाता है ।
प्रेम के प्रतीक राधा-कृष्ण की पुजा कर ,
प्रेमियों को कहां सम्मान दिया जाता है ।
जबरदस्ती के समझौते को ,
धर्म के बेडीयो में बांध दिया जाता है ।
अपने गलती को छुपाने के लिए ,
इल्ज़ाम एक – दूसरे पर डाल दिया जाता है
हर छोटी-बड़ी बात पर ,
चरित्र का प्रमाण दिया जाता है ।
रिश्तों को जिंदा जला कर ,
उसी पर हाथ सेका जाता है ।

? धन्यवाद ?
✍️ ज्योति ✍️

Language: Hindi
3 Likes · 2 Comments · 396 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from ज्योति
View all
You may also like:
So, blessed by you , mom
So, blessed by you , mom
Rajan Sharma
जीवन की अभिव्यक्ति
जीवन की अभिव्यक्ति
मनमोहन लाल गुप्ता 'अंजुम'
*शिव शक्ति*
*शिव शक्ति*
Shashi kala vyas
पाप का जब भरता है घड़ा
पाप का जब भरता है घड़ा
Paras Nath Jha
हल्ला बोल
हल्ला बोल
Shekhar Chandra Mitra
बहू बनी बेटी
बहू बनी बेटी
Dr. Pradeep Kumar Sharma
वायदे के बाद भी
वायदे के बाद भी
Atul "Krishn"
#क़तआ (मुक्तक)
#क़तआ (मुक्तक)
*Author प्रणय प्रभात*
दिल के दरवाज़े
दिल के दरवाज़े
Bodhisatva kastooriya
सत्ता की हवस वाले राजनीतिक दलों को हराकर मुद्दों पर समाज को जिताना होगा
सत्ता की हवस वाले राजनीतिक दलों को हराकर मुद्दों पर समाज को जिताना होगा
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
आज तक इस धरती पर ऐसा कोई आदमी नहीं हुआ , जिसकी उसके समकालीन
आज तक इस धरती पर ऐसा कोई आदमी नहीं हुआ , जिसकी उसके समकालीन
Raju Gajbhiye
ढलता सूरज वेख के यारी तोड़ जांदे
ढलता सूरज वेख के यारी तोड़ जांदे
कवि दीपक बवेजा
दोस्ती में लोग एक दूसरे की जी जान से मदद करते हैं
दोस्ती में लोग एक दूसरे की जी जान से मदद करते हैं
ruby kumari
3200.*पूर्णिका*
3200.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
".... कौन है "
Aarti sirsat
वह इंसान नहीं
वह इंसान नहीं
Anil chobisa
प्यार क्या है
प्यार क्या है
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
जो दिखता है नहीं सच वो हटा परदा ज़रा देखो
जो दिखता है नहीं सच वो हटा परदा ज़रा देखो
आर.एस. 'प्रीतम'
वही पर्याप्त है
वही पर्याप्त है
Satish Srijan
कुछ यादें जिन्हें हम भूला नहीं सकते,
कुछ यादें जिन्हें हम भूला नहीं सकते,
लक्ष्मी सिंह
*दिल में  बसाई तस्वीर है*
*दिल में बसाई तस्वीर है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
माँ तुम्हारे रूप से
माँ तुम्हारे रूप से
Dr. Rajendra Singh 'Rahi'
तेरे हम है
तेरे हम है
Dinesh Kumar Gangwar
"रस्सी"
Dr. Kishan tandon kranti
💐प्रेम कौतुक-451💐
💐प्रेम कौतुक-451💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
नदी किनारे
नदी किनारे
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
जब भी अपनी दांत दिखाते
जब भी अपनी दांत दिखाते
AJAY AMITABH SUMAN
"दयानत" ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
हमारा अस्तिव हमारे कर्म से होता है, किसी के नजरिए से नही.!!
हमारा अस्तिव हमारे कर्म से होता है, किसी के नजरिए से नही.!!
Jogendar singh
मैं उन लोगो में से हूँ
मैं उन लोगो में से हूँ
Dr Manju Saini
Loading...