‘अध्यात्म’
‘अध्यात्म’
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मूल शब्द:–अध्यात्म
प्रचलित:–अध्यात्म
व्याख्या:-
अध्यात्म अर्थात अद्य यानि वह जो सार्वकालिक है, जो आज भी है और पहले भी था और भविष्य में भी रहेगा। आत्म वह जो सदा रहने वाली आत्मा; जो शाश्वत है: जो आज भी,पहले भी और भविष्य में भी रहेगी। इसको निरंतर चिंतन और मनन से जानने का प्रयास करने को अध्यात्म कहने का प्रयत्न है। अंग्रेज़ी शब्द Spiritualism भी यही कहता है कि The one who talks about the spirit(जो आत्मा के बारे में चिंतन करे)।इसलिये प्रत्येक व्यक्ति आत्मा के बारे में नहीं सोचता और उसका मनन भी नहीं करता।यह हमारे ऋषि मुनियों की साधना थी और आज भी बहुत से तपस्वी हैं जो आत्म चिंतन कर रहे हैं यद्यपि वे इस प्रचार के युग में सामने नहीं आ पाते।योग्य शिष्य ही उसको ग्रहण करें और समाज को और विश्व को दिशा दें। आज विश्व का अध्यात्म जगत (केवल कुछ व्यक्तियों तक सीमित है)दिशाहीन हो गया है।
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राजेश’ललित’