अध्यात्म चिंतन
सुवृषध्वजमादाय वृषध्वजो वृषेश्वर:।
द्वैतमिति स्फुटं ब्रूते शिवजीवात्मकं जगत्।।
अर्थ: -वृषध्वज (बैल के स्वामी शिवजी), वृष(पुण्य) के ईश्वर ( रुद्र) सु ( सच्चे) वृष ( धर्म) का ध्वज लेकर
स्पष्ट रूप से शिव और जीव से युक्त जगत – द्वैतवाद( है) इति ( ऐसा ) को बताते हैं।
Meaning:-Vrishadhwaj (Shivaji), Lord of the (Taurus) bull.
Raised the flag of Vrisha (Dharma).
The world consisting of Shiva and Jiva clearly explains dualism.