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25 Jun 2022 · 1 min read

अधूरे हैं हम

***** अधूरे हैं हम ******
*********************

बिन तुम्हारे अधूरे हैं हम,
मिल जाओ तो पूरे हैं हम।

मेरी खुशी का देखो असर,
फूले जैसे भटूरे हैं हम।

कौन चल पाया साथ सदा,
हम वक्त से भी धीरे हैं हम।

है न छत और कोई आसरा,
बस तुम्हाते सहारे हैं हम।

मनसीरत मददगार ए खुदा,
मुश्किलों में बेचारे हैं हम।
*********************
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)

Language: Hindi
86 Views
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