Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Aug 2024 · 1 min read

अधूरी चीजें कई बार बेहतर होती है,

अधूरी चीजें कई बार बेहतर होती है,
और अनदेखे चेहरे हमेशा हसीन
सपना सच होने पे सपना, सपना नहीं रहता
हकीकत बनता है
और हकीकत से बेहतर, हर बार सपना होता है..!!

28 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
पापा के वह शब्द..
पापा के वह शब्द..
Harminder Kaur
आप वो नहीं है जो आप खुद को समझते है बल्कि आप वही जो दुनिया आ
आप वो नहीं है जो आप खुद को समझते है बल्कि आप वही जो दुनिया आ
Rj Anand Prajapati
3248.*पूर्णिका*
3248.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*
*"रोटी"*
Shashi kala vyas
हुनर मौहब्बत के जिंदगी को सीखा गया कोई।
हुनर मौहब्बत के जिंदगी को सीखा गया कोई।
Phool gufran
वो पेड़ को पकड़ कर जब डाली को मोड़ेगा
वो पेड़ को पकड़ कर जब डाली को मोड़ेगा
Keshav kishor Kumar
ଆମ ଘରର ଅଗଣା
ଆମ ଘରର ଅଗଣା
Bidyadhar Mantry
सैलाब .....
सैलाब .....
sushil sarna
जैसे तुम कह दो वैसे नज़र आएं हम,
जैसे तुम कह दो वैसे नज़र आएं हम,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
दिल का दर्द, दिल ही जाने
दिल का दर्द, दिल ही जाने
Surinder blackpen
लोकशैली में तेवरी
लोकशैली में तेवरी
कवि रमेशराज
छोड़ जाऊंगी
छोड़ जाऊंगी
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
"धूप-छाँव" ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
गर्म चाय
गर्म चाय
Kanchan Khanna
महात्मा गांधी
महात्मा गांधी
Rajesh
सैनिक
सैनिक
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
💐श्री राम भजन💐
💐श्री राम भजन💐
Khaimsingh Saini
हाथों ने पैरों से पूछा
हाथों ने पैरों से पूछा
Shubham Pandey (S P)
जितना बर्बाद करने पे आया है तू
जितना बर्बाद करने पे आया है तू
कवि दीपक बवेजा
धृतराष्ट्र की आत्मा
धृतराष्ट्र की आत्मा
ओनिका सेतिया 'अनु '
पहले वो दीवार पर नक़्शा लगाए - संदीप ठाकुर
पहले वो दीवार पर नक़्शा लगाए - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
*प्रेम का सिखला रहा, मधु पाठ आज वसंत है(गीत)*
*प्रेम का सिखला रहा, मधु पाठ आज वसंत है(गीत)*
Ravi Prakash
मुक्तक ....
मुक्तक ....
Neelofar Khan
शिक्षक दिवस
शिक्षक दिवस
पूर्वार्थ
"पतझड़"
Dr. Kishan tandon kranti
मानते हो क्यों बुरा तुम , लिखे इस नाम को
मानते हो क्यों बुरा तुम , लिखे इस नाम को
gurudeenverma198
बिखर के भी निखरना है ,
बिखर के भी निखरना है ,
Neeraj kumar Soni
GM
GM
*प्रणय प्रभात*
रिश्ता दिल से होना चाहिए,
रिश्ता दिल से होना चाहिए,
Ranjeet kumar patre
Loading...