अधूरापन
तेरी यादों से बाहर नहीं निकल पा रहा हूं,
जाने किस अधूरेपन को लिए जा रहा हूं।
शायद तेरी कोई खबर मिल जाए कहीं से,
इसी उम्मीद पे अब तक जिए जा रहा हूं।
तेरी यादों से बाहर नहीं निकल पा रहा हूं,
जाने किस अधूरेपन को लिए जा रहा हूं।
शायद तेरी कोई खबर मिल जाए कहीं से,
इसी उम्मीद पे अब तक जिए जा रहा हूं।