Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Jun 2018 · 1 min read

अदावत

सुखों ने कर डाली हमसे अब बगावत है,
देखो मेरी कैसी भाग्य से अदावत है
कैसे अब सम्भले, जीवन आये पटरी पर
विधना के विधानों की गजब की इनायत है।
———
✍ ✍ पं.संजीव शुक्ल “सचिन”
मुसहरवा, पश्चिमी चम्पारण
बिहार

Language: Hindi
227 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from संजीव शुक्ल 'सचिन'
View all
You may also like:
नेता सोये चैन से,
नेता सोये चैन से,
sushil sarna
मौसम का मिजाज़ अलबेला
मौसम का मिजाज़ अलबेला
Buddha Prakash
भुलाना ग़लतियाँ सबकी सबक पर याद रख लेना
भुलाना ग़लतियाँ सबकी सबक पर याद रख लेना
आर.एस. 'प्रीतम'
प्यार की दिव्यता
प्यार की दिव्यता
Seema gupta,Alwar
Tu Mainu pyaar de
Tu Mainu pyaar de
Swami Ganganiya
वक्त, बेवक्त मैं अक्सर तुम्हारे ख्यालों में रहता हूं
वक्त, बेवक्त मैं अक्सर तुम्हारे ख्यालों में रहता हूं
Nilesh Premyogi
मेरी हर इक ग़ज़ल तेरे नाम है कान्हा!
मेरी हर इक ग़ज़ल तेरे नाम है कान्हा!
Neelam Sharma
इक इक करके सारे पर कुतर डाले
इक इक करके सारे पर कुतर डाले
ruby kumari
याद रहेगा यह दौर मुझको
याद रहेगा यह दौर मुझको
Ranjeet kumar patre
" जुबां "
Dr. Kishan tandon kranti
ऋतुराज
ऋतुराज
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
यादों की किताब बंद करना कठिन है;
यादों की किताब बंद करना कठिन है;
Dr. Upasana Pandey
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
पहला सुख निरोगी काया
पहला सुख निरोगी काया
जगदीश लववंशी
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
उम्र न जाने किन गलियों से गुजरी कुछ ख़्वाब मुकम्मल हुए कुछ उन
उम्र न जाने किन गलियों से गुजरी कुछ ख़्वाब मुकम्मल हुए कुछ उन
पूर्वार्थ
कुछ लिखा हैं तुम्हारे लिए, तुम सुन पाओगी क्या
कुछ लिखा हैं तुम्हारे लिए, तुम सुन पाओगी क्या
Writer_ermkumar
// ॐ जाप //
// ॐ जाप //
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
देखते देखते मंज़र बदल गया
देखते देखते मंज़र बदल गया
Atul "Krishn"
" कुछ काम करो "
DrLakshman Jha Parimal
मजबूरी
मजबूरी
Dr. Pradeep Kumar Sharma
23/104.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/104.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
ଚୋରାଇ ଖାଇଲେ ମିଠା
ଚୋରାଇ ଖାଇଲେ ମିଠା
Bidyadhar Mantry
ਹਕੀਕਤ ਜਾਣਦੇ ਹਾਂ
ਹਕੀਕਤ ਜਾਣਦੇ ਹਾਂ
Surinder blackpen
संपूर्णता किसी के मृत होने का प्रमाण है,
संपूर्णता किसी के मृत होने का प्रमाण है,
Pramila sultan
■ विडंबना-
■ विडंबना-
*प्रणय प्रभात*
माँ तुम सचमुच माँ सी हो
माँ तुम सचमुच माँ सी हो
Manju Singh
राजनीति में शुचिता के, अटल एक पैगाम थे।
राजनीति में शुचिता के, अटल एक पैगाम थे।
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
* सड़ जी नेता हुए *
* सड़ जी नेता हुए *
Mukta Rashmi
*हिंदी की बिंदी भी रखती है गजब का दम 💪🏻*
*हिंदी की बिंदी भी रखती है गजब का दम 💪🏻*
Radhakishan R. Mundhra
Loading...