अति पीडा की छाप
उसके चेहरे पर दिखी, अति पीड़ा की छाप !
मारा जिसको भूख ने ,मरा नहीं जो आप !!
ऐसे रस्म रिवाज पर, क्यों न लगे प्रतिबंध !
जो फैलाते हैं सदा , जीवन में दुर्गन्ध!!
बेटी है अनमोल धन,.कुदरत का उपहार !
जिसको मिलना चाहिए, जीने का अधिकार
तुलसी पीपल नीम सब कुदरत का उपहार !
होता ढेरों रोग का, इनसे ही उपचार !!
रमेश शर्मा.