Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Dec 2018 · 1 min read

अतिश्योक्ति अलंकार

अतिश्योक्ति अलंकार

पुष्प पग पर “”””””””गिरे पाँव काले पड़े
जिस्म पर “””””””चाँदनी से थे छाले पड़े
आँख चुँधियाए उस कामिनी की अगर
दिन में भी””””””जुगनुँओं के उजाले पड़े

प्रीतम राठौर भिनगाई
श्रावस्ती (उ०प्र०)

Language: Hindi
478 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
माया का संसार है,
माया का संसार है,
sushil sarna
पिछले पन्ने 9
पिछले पन्ने 9
Paras Nath Jha
🌺🌺इन फाँसलों को अन्जाम दो🌺🌺
🌺🌺इन फाँसलों को अन्जाम दो🌺🌺
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
गणपति वंदना (कैसे तेरा करूँ विसर्जन)
गणपति वंदना (कैसे तेरा करूँ विसर्जन)
Dr Archana Gupta
"अगली राखी आऊंगा"
Lohit Tamta
एक समय था जब शांतिप्रिय समुदाय के लोग घर से पशु, ट्यूवेल से
एक समय था जब शांतिप्रिय समुदाय के लोग घर से पशु, ट्यूवेल से
गुमनाम 'बाबा'
बेटियाँ
बेटियाँ
Raju Gajbhiye
खो जानी है जिंदगी
खो जानी है जिंदगी
VINOD CHAUHAN
छा जाओ आसमान की तरह मुझ पर
छा जाओ आसमान की तरह मुझ पर
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी "
अक्सर चाहतें दूर हो जाती है,
अक्सर चाहतें दूर हो जाती है,
ओसमणी साहू 'ओश'
शीर्षक: लाल बहादुर शास्त्री
शीर्षक: लाल बहादुर शास्त्री
Harminder Kaur
आंसू ना बहने दो
आंसू ना बहने दो
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
मुक्तक
मुक्तक
नूरफातिमा खातून नूरी
राखी का मोल🙏
राखी का मोल🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
चार लोगों के चक्कर में, खुद को ना ढालो|
चार लोगों के चक्कर में, खुद को ना ढालो|
Sakshi Singh
हिन्दी मन की पावन गंगा
हिन्दी मन की पावन गंगा
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
‘1857 के विद्रोह’ की नायिका रानी लक्ष्मीबाई
‘1857 के विद्रोह’ की नायिका रानी लक्ष्मीबाई
कवि रमेशराज
*साम्ब षट्पदी---*
*साम्ब षट्पदी---*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
आराम से पढ़ियेगा इसे । बहुत ज़रूरी बात है । आपको बीस पच्चीस
आराम से पढ़ियेगा इसे । बहुत ज़रूरी बात है । आपको बीस पच्चीस
पूर्वार्थ
ग़ज़ल _ वफ़ा के बदले , वफ़ा मिलेगी ।
ग़ज़ल _ वफ़ा के बदले , वफ़ा मिलेगी ।
Neelofar Khan
राष्ट्र धर्म
राष्ट्र धर्म
Dr.Pratibha Prakash
मैं हर पल हर कड़ में खुशी ढूंढता हूं
मैं हर पल हर कड़ में खुशी ढूंढता हूं
Ranjeet kumar patre
Cá độ qua 188bet.com, 64 bị cáo hầu tòa
Cá độ qua 188bet.com, 64 bị cáo hầu tòa
Cá độ qua 188bet.com
कुछ देर तुम ऐसे ही रहो
कुछ देर तुम ऐसे ही रहो
gurudeenverma198
प्यार में बदला नहीं लिया जाता
प्यार में बदला नहीं लिया जाता
Shekhar Chandra Mitra
मात गे हे डोकरा...
मात गे हे डोकरा...
TAMANNA BILASPURI
3215.*पूर्णिका*
3215.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
इनका एहसास खूब होता है ,
इनका एहसास खूब होता है ,
Dr fauzia Naseem shad
"भेद-अभेद"
Dr. Kishan tandon kranti
जब कोई कहे आप लायक नहीं हो किसी के लिए
जब कोई कहे आप लायक नहीं हो किसी के लिए
Sonam Puneet Dubey
Loading...