अतिशय इच्छा अर्थ की
अतिशय इच्छा अर्थ की, लाती हृदय विकार।
मानव पकड़े पथ गलत,करता नहीं विचार।
करता नहीं विचार,अर्थ लख बढ़ता जाता।
त्याग प्रेम का भाव,दर्प उर को है भाता।
पकड़े रहते झूठ,सत्यता से लगता भय।
कहता कविवर ओम,भाव घातक यह अतिशय।।
ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम