Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Aug 2018 · 1 min read

” अटल हैं मुख्य पटल “

हमारे देश के वर्तमान प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र मोदी जी ,पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की पारखी निगाहों से चयनित वो हीरे हैं, जिनके प्रतिभा प्रकाश से हमारा देश विकास की रौशनी से पूरे विश्व में जगमगा रहा है।
अटल जी आज हमारे बीच नही रहे लेकिन उन्होंने देश को अपने वारिश के रूप में नरेंद्र मोदी जी जैसे नेता को दिया है, जिनके द्वारा हम अटल जी के सपनो के भारत को संवरता देख रहे हैं, और आगे भी देखते रहेंगे हमारी वास्तविक श्रद्धांजलि अटल जी के लिए यही होगी की उनके कथन को अमर रखे इस देश के लोकतंत्र को बचाये रखें।
जीवन मरण हमारे वश में नही किन्तु ऐसे कर्म जो देशहित में, समाज हित में है हम करने का प्रयत्न कर सकते हैं।
हमारी मृत्यु के पश्चात् भी हमारे साथ रहने वाला, हमारे बाद रहने वाला हमारा कर्म ही है।
जीवन में कभी कुछ तो ऐसा कीजिये की आप स्वयं पर गर्व कर सके ये महसूस करे की आपने इस मिट्टी का कुछ क़र्ज़ चुकाया, अपने वतन का मान बढाया ।
” हम अपना घर रौशन करते हैं तो देश का एक हिस्सा रौशन हो जाता है” अर्थात आप जहाँ है वही से शुरुवात करे अच्छाइयों की, उसका प्रभाव हमारे देश और अवश्य पड़ेगा,
आप सभी से निवेदन है देश के लिए जीवन का कुछ समय अवश्य दें।

Language: Hindi
Tag: लेख
343 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
कांग्रेस के नेताओं ने ही किया ‘तिलक’ का विरोध
कांग्रेस के नेताओं ने ही किया ‘तिलक’ का विरोध
कवि रमेशराज
विश्वास मिला जब जीवन से
विश्वास मिला जब जीवन से
TARAN VERMA
जोश,जूनून भरपूर है,
जोश,जूनून भरपूर है,
Vaishaligoel
हम वो हिंदुस्तानी है,
हम वो हिंदुस्तानी है,
भवेश
भारतीय क्रिकेट टीम के पहले कप्तान : कर्नल सी. के. नायडू
भारतीय क्रिकेट टीम के पहले कप्तान : कर्नल सी. के. नायडू
Dr. Pradeep Kumar Sharma
तुम मुझे भुला ना पाओगे
तुम मुझे भुला ना पाओगे
Ram Krishan Rastogi
वह एक हीं फूल है
वह एक हीं फूल है
Shweta Soni
*गठरी बाँध मुसाफिर तेरी, मंजिल कब आ जाए  ( गीत )*
*गठरी बाँध मुसाफिर तेरी, मंजिल कब आ जाए ( गीत )*
Ravi Prakash
नवजात बहू (लघुकथा)
नवजात बहू (लघुकथा)
दुष्यन्त 'बाबा'
दो शे'र
दो शे'र
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
बादल
बादल
Shutisha Rajput
बुजुर्गो को हल्के में लेना छोड़ दें वो तो आपकी आँखों की भाषा
बुजुर्गो को हल्के में लेना छोड़ दें वो तो आपकी आँखों की भाषा
DrLakshman Jha Parimal
चंचल मन***चंचल मन***
चंचल मन***चंचल मन***
Dinesh Kumar Gangwar
23/219. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/219. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
दो जून की रोटी
दो जून की रोटी
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
अपना जीवन पराया जीवन
अपना जीवन पराया जीवन
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
बगुले ही बगुले बैठे हैं, भैया हंसों के वेश में
बगुले ही बगुले बैठे हैं, भैया हंसों के वेश में
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
विकटता और मित्रता
विकटता और मित्रता
Astuti Kumari
■ लघु-कविता-
■ लघु-कविता-
*Author प्रणय प्रभात*
एक शाम उसके नाम
एक शाम उसके नाम
Neeraj Agarwal
लिया समय ने करवट
लिया समय ने करवट
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
میرے اس دل میں ۔
میرے اس دل میں ۔
Dr fauzia Naseem shad
बहुत अहमियत होती है लोगों की
बहुत अहमियत होती है लोगों की
शिव प्रताप लोधी
पढ़ते है एहसासों को लफ्जो की जुबानी...
पढ़ते है एहसासों को लफ्जो की जुबानी...
पूर्वार्थ
*प्रश्नोत्तर अज्ञानी की कलम*
*प्रश्नोत्तर अज्ञानी की कलम*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी
"अपने हक के लिए"
Dr. Kishan tandon kranti
गुमनाम मुहब्बत का आशिक
गुमनाम मुहब्बत का आशिक
डॉ. श्री रमण 'श्रीपद्'
About your heart
About your heart
Bidyadhar Mantry
कोयल (बाल कविता)
कोयल (बाल कविता)
नाथ सोनांचली
#dr Arun Kumar shastri
#dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
Loading...