*अज्ञानी की कलम*
अज्ञानी की कलम
माता मेरी श्वेताम्बरी कृपा की कोर करदो।
हैं प्रार्थना हमारी बुद्धि विवेक दान दें दो।।
श्वेताम्बरी सुधेश्वबरी जीवन उद्धार करदो।
आराधना अधेश्वबरी मां दया हाथ धरदो।।
आये शरण तुम्हारी भव से पार मां करदो।
तुम बिन कोई दूजा ममतामयी मां हरदो।।
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी
झांसी उ•प्र•