Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Oct 2023 · 1 min read

#अजनबी

✍️

★ #अजनबी ★

खुशियाँ तेरे जहान की सब मैं जी गया
होंठों से छू लिया कभी आँखों से पी गया

आती हैं रास मुझको हुक्मरानों की हिदायतें
तेरी रज़ा जान के मैं होंठों को सी गया

करते हैं सब गिला कि अब मैं बोलता नहीं
उनको ख़बर नहीं कि दोस्त मेरा वज़ीर हो गया

दो-चार दिन की हुकूमतें दो-चार दिन है ज़िन्दगी
गूँजेगी बस यही सदाअ कोई अजनबी गया

पिछले पहर वीरानियाँ मुझसे ख़फा हुईं
शुक्रिया से मिला नहीं न उसके घर कभी गया

अच्छी नहीं तक़रार न सही हैं अदावतें
रिश्तों की झीनी चदरिया मैं सी – सी गया

मिलने को आईं दर तक मेरे दुनिया की नियामतें
सुकून भी आया था उठकर अभी गया

मेरे हुज़ूर मेरी मुहब्बत का रख ख़्याल
तू ही तो आया दिल में मेरे मैं नहीं गया

#वेदप्रकाश लाम्बा
यमुनानगर (हरियाणा)
९४६६०-१७३१२

Language: Hindi
142 Views

You may also like these posts

#सूर्य जैसा तेज तेरा
#सूर्य जैसा तेज तेरा
Radheshyam Khatik
अभाव और साहित्य का पुराना रिश्ता है अभाव ही कवि को नए आलंबन
अभाव और साहित्य का पुराना रिश्ता है अभाव ही कवि को नए आलंबन
गुमनाम 'बाबा'
नव रात्रि में शक्तियों का संचार
नव रात्रि में शक्तियों का संचार
Santosh kumar Miri
शब्दहीन स्वर
शब्दहीन स्वर
Jai Prakash Srivastav
उदास राहें
उदास राहें
शशि कांत श्रीवास्तव
Dating Affirmations:
Dating Affirmations:
पूर्वार्थ
तप रही जमीन और
तप रही जमीन और
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
सत्यम शिवम सुंदरम
सत्यम शिवम सुंदरम
Madhu Shah
"डोली बेटी की"
Ekta chitrangini
Is it actually necessary to poke fingers in my eyes,
Is it actually necessary to poke fingers in my eyes,
Chaahat
*शिवोहम्*
*शिवोहम्* "" ( *ॐ नमः शिवायः* )
सुनीलानंद महंत
प्यार का नाम देते रहे जिसे हम अक्सर
प्यार का नाम देते रहे जिसे हम अक्सर
Swami Ganganiya
ममतामयी माँ
ममतामयी माँ
Pushpa Tiwari
कितना भी कर लीजिए, सांसों को पाबंद
कितना भी कर लीजिए, सांसों को पाबंद
RAMESH SHARMA
*** अंकुर और अंकुरित मन.....!!! ***
*** अंकुर और अंकुरित मन.....!!! ***
VEDANTA PATEL
वो आँखें
वो आँखें
Kshma Urmila
पीड़ा थकान से ज्यादा अपमान दिया करता है ।
पीड़ा थकान से ज्यादा अपमान दिया करता है ।
महेश चन्द्र त्रिपाठी
सुन्दरता
सुन्दरता
Rambali Mishra
जीवन और महाभारत
जीवन और महाभारत
Suryakant Dwivedi
Sahityapedia
Sahityapedia
Poonam Sharma
डमरू घनाक्षरी
डमरू घनाक्षरी
Annapurna gupta
अगर कभी किस्मत से किसी रास्ते पर टकराएंगे
अगर कभी किस्मत से किसी रास्ते पर टकराएंगे
शेखर सिंह
#मुक्तक
#मुक्तक
*प्रणय*
"सबसे पहले"
Dr. Kishan tandon kranti
मृत्यु मेरी दोस्त
मृत्यु मेरी दोस्त
Sudhir srivastava
- दिल की धड़कन में बसी हो तुम -
- दिल की धड़कन में बसी हो तुम -
bharat gehlot
जब कभी मैं मकान से निकला
जब कभी मैं मकान से निकला
सुशील भारती
जस गीत
जस गीत
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
चाँद सा मुखड़ा दिखाया कीजिए
चाँद सा मुखड़ा दिखाया कीजिए
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
अस्तु
अस्तु
Ashwani Kumar Jaiswal
Loading...