अजनबी की तरह साथ चलते हैं
चलो मान लिया हमने कि कोई रिश्ता नहीं है अपना,
तो फिर अजनबी की तरह ही साथ चलते हैं।
चुप रहना पसंद है न तुमको,
हम दिल की दिल से बात करते हैं।
हम तो मोहब्बत निभाते रहे इबादत की तरह,
पर तुमने समझा कि हम किसी से डरते हैं।
यहां शोर कुछ ज्यादा है, आओ
खामोशी से गहराइयों में उतरते हैं।
कोई नहीं करता किसी की परवाह,
यहां पर लोग अपनी मर्जी से जिया करते हैं।
बड़े अजीब हैं ये इंसान भी जो,
खुदकुशी भी अपनी खुशी के लिए किया करते हैं।
ये पक्षी किसी और देश से आए हैं जनाब,
हमने देखा है कि ये हर साल नया सफ़र किया करते हैं।