अच्छे आचरण अपने बच्चों को जरूर सिखाएं
सुबह सबेरे तुम उठो
करों बड़ों को प्रणाम
बड़ो का आदर करने से
हमें मिलता है आर्शीवाद
नित्य कर्म से हो निवृत्त
करो इष्ट का ध्यान
उस ईश्वर करो प्रार्थना
जिसने किया है सृष्टि का र्निमाण
अपने माता – पिता की बातों का
सदा ही रखना मान
जिनके कारण प्राप्त हुआ
संसार देखने का सौभाग्य
ईश्वर से भी ऊंचा है
गुरू का स्थान
जिनकी शिक्षा से हमें मिला
जीवन जीने का ग्यांन
मानवता से बढ़कर कोई
धर्म नहीं होता बच्चों
राष्ट्रप्रेम से बढ़कर कोई
प्रेम नहीं होता बच्चों
देश की रक्षा के खातिर
अपना सर्वस्व लुटा देना
दुनिया के कोने कोने में
तुम तिरंगा लहरा देना
बच्चों इन बातों को लो
जीवन में उतार
जीवन बन जाएगा
सद्गुण का भण्डार
रूबी चेतन शुक्ला
अलीगंज
लखनऊ