Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Jan 2024 · 1 min read

अच्छा ही हुआ कि तुमने धोखा दे दिया……

अच्छा ही हुआ कि तुमने धोखा दे दिया……
वरना तो तुमसे बिछड़ने में जान चली जाती…..

121 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
डायरी मे लिखे शब्द निखर जाते हैं,
डायरी मे लिखे शब्द निखर जाते हैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
"क्यूं किसी को कोई सपोर्ट करेगा"
Ajit Kumar "Karn"
हे ! भाग्य विधाता ,जग के रखवारे ।
हे ! भाग्य विधाता ,जग के रखवारे ।
Buddha Prakash
*रद्दी अगले दिन हुआ, मूल्यवान अखबार (कुंडलिया)*
*रद्दी अगले दिन हुआ, मूल्यवान अखबार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
सिंह सा दहाड़ कर
सिंह सा दहाड़ कर
Gouri tiwari
- ଓଟେରି ସେଲଭା କୁମାର
- ଓଟେରି ସେଲଭା କୁମାର
Otteri Selvakumar
हिंदी भारत की पहचान
हिंदी भारत की पहचान
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
सीने पर थीं पुस्तकें, नैना रंग हजार।
सीने पर थीं पुस्तकें, नैना रंग हजार।
Suryakant Dwivedi
"New year की बधाई "
Yogendra Chaturwedi
कद्र माँ-बाप की जिसके आशियाने में नहीं
कद्र माँ-बाप की जिसके आशियाने में नहीं
VINOD CHAUHAN
Stages Of Love
Stages Of Love
Vedha Singh
अब मुझे महफिलों की,जरूरत नहीं रही
अब मुझे महफिलों की,जरूरत नहीं रही
पूर्वार्थ
विदेशी आक्रांता बनाम मूल निवासी विमर्श होना चाहिए था एक वामप
विदेशी आक्रांता बनाम मूल निवासी विमर्श होना चाहिए था एक वामप
गुमनाम 'बाबा'
~~तीन~~
~~तीन~~
Dr. Vaishali Verma
Miss you Abbu,,,,,,
Miss you Abbu,,,,,,
Neelofar Khan
देखिए आप आप सा हूँ मैं
देखिए आप आप सा हूँ मैं
Anis Shah
प्रकृति और मानव
प्रकृति और मानव
Kumud Srivastava
ग़ज़ल
ग़ज़ल
rekha mohan
***आकाश नीला है***
***आकाश नीला है***
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
यहां लोग-बाग अपने
यहां लोग-बाग अपने "नॉटिफिकेशन" तक तो देखते नहीं। औरों की पोस
*प्रणय*
विश्व धरोहर हैं ये बालक,
विश्व धरोहर हैं ये बालक,
पंकज परिंदा
"हूक"
Dr. Kishan tandon kranti
मुक्तक
मुक्तक
sushil sarna
मासी की बेटियां
मासी की बेटियां
Adha Deshwal
माणुष
माणुष
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
कुछ रिश्ते कांटों की तरह होते हैं
कुछ रिश्ते कांटों की तरह होते हैं
Chitra Bisht
ग़ज़ल
ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
3630.💐 *पूर्णिका* 💐
3630.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
दोहा -
दोहा -
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
...........
...........
शेखर सिंह
Loading...