Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Nov 2024 · 1 min read

अगहन कृष्ण पक्ष में पड़ने वाली एकादशी को उत्पन्ना एकादशी के

अगहन कृष्ण पक्ष में पड़ने वाली एकादशी को उत्पन्ना एकादशी के नाम से जाना जाता है आज उत्पन्ना एकादशी है. उत्पन्ना एकादशी के दिन ही श्रीविष्णु के शरीर से एकादशी माता का जन्म बद्रीनाथ धाम में हुआ था क्योंकि ये एकादशी उपवास की उत्पत्ति का प्रतीक है इसलिए इसे उत्पत्तिका, उत्पन्ना और वैतरणी एकादशी कहा जाता है. इसी एकादशी से साल भर के एकादशी व्रत की शुरुआत की जाती है हेमंत ऋतु में आने वाली इस एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा की जाती है. पुराणों के अनुसार कि इसी दिन एकादशी माता ने मूर दैत्य का वध करके देवताओं की रक्षा की थी जो सोए हुए भगवान विष्णु को मारने का इरादा रखता था.इस पर भगवान विष्णु ने प्रसन्न होकर माता को वरदान दिया था कि देवी तूने देवताओं की रक्षा की है। इसलिए एकादशी के नाम से तेरी पूजा होगी तथा तेरे नाम लेने से हर प्राणी को मुक्ति मोक्ष मिलेगा। देवी एकादशी को भगवान विष्णु की सुरक्षात्मक शक्तियों में से एक माना जाता है. …आप सभी को उत्पन्ना एकादशी की हार्दिक शुभकामना ..माता एकादशी और भगवान विष्णु से यही प्रार्थना कि सभी रोग, शोक से दूर रहे व चारों ओर सुख, समृद्धि और खुशहाली हो। सबके जीवन में मंगल एवं शुभत्व का दीप देदीप्यमान रहे,अनवरत आनंद की वर्षा होती रहे, यही कामना करता हूं। उनकी कृपा आप सभी पर बनी रहे ..’ॐ नमो भगवते वासुदेवाय’ 💐💐🙏🙏

1 Like · 47 Views

You may also like these posts

कुंडलिया छंद की विकास यात्रा
कुंडलिया छंद की विकास यात्रा
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
ग़ज़ल
ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
आधुनिक युग और नशा
आधुनिक युग और नशा
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
"मौत की अपनी पड़ी"
राकेश चौरसिया
23/104.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/104.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सिंहासन पावन करो, लम्बोदर भगवान ।
सिंहासन पावन करो, लम्बोदर भगवान ।
जगदीश शर्मा सहज
बिन बुलाए कभी जो ना जाता कही
बिन बुलाए कभी जो ना जाता कही
कृष्णकांत गुर्जर
स्वयं से बात
स्वयं से बात
Rambali Mishra
चम-चम चमके चाँदनी
चम-चम चमके चाँदनी
Vedha Singh
ग़ज़ल सगीर
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
You have to be ready for the unfavourables. You have to acce
You have to be ready for the unfavourables. You have to acce
पूर्वार्थ
छत पर हम सोते
छत पर हम सोते
प्रदीप कुमार गुप्ता
तेरी यादों के सहारे वक़्त गुजर जाता है
तेरी यादों के सहारे वक़्त गुजर जाता है
VINOD CHAUHAN
काश कोई होता
काश कोई होता
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
तेवरी
तेवरी
कवि रमेशराज
इश्क़ में कैसी हार जीत
इश्क़ में कैसी हार जीत
स्वतंत्र ललिता मन्नू
साथ..
साथ..
हिमांशु Kulshrestha
चुप
चुप
Ajay Mishra
😊अद्वेत चिंतन😊
😊अद्वेत चिंतन😊
*प्रणय*
राम मंदिर निर्माण सपना साकार
राम मंदिर निर्माण सपना साकार
Sudhir srivastava
तुम पथ भूल न जाना पथिक
तुम पथ भूल न जाना पथिक
Sushma Singh
"अजनबी बन कर"
Lohit Tamta
पिता
पिता
sushil sarna
"संयम की रस्सी"
Dr. Kishan tandon kranti
"जख्म की गहराई"
Yogendra Chaturwedi
गांव में फसल बिगड़ रही है,
गांव में फसल बिगड़ रही है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
शिकवे शिकायत की
शिकवे शिकायत की
Chitra Bisht
जो ले जाये उस पार दिल में ऐसी तमन्ना न रख
जो ले जाये उस पार दिल में ऐसी तमन्ना न रख
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
आँगन में एक पेड़ चाँदनी....!
आँगन में एक पेड़ चाँदनी....!
singh kunwar sarvendra vikram
माॅ प्रकृति
माॅ प्रकृति
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
Loading...