अगर हकीकत से प्यार है।
अगर हकीकत से प्यार है।
मुझे कहाँ फिर इन्कार है।।
कई परिंदे यूँ आजाद हैं,
सबके अलग कारोबार है।।
— ननकी 22/08/2024
अगर हकीकत से प्यार है।
मुझे कहाँ फिर इन्कार है।।
कई परिंदे यूँ आजाद हैं,
सबके अलग कारोबार है।।
— ननकी 22/08/2024