Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Mar 2024 · 1 min read

अगर मैं गलत हूं तो सही कौन है,अगर तू सही है तो गलत कौन है

अगर मैं गलत हूं तो सही कौन है,अगर तू सही है तो गलत कौन है
बात मुख्तसर सी पहेली उलझी क्यों है,एक मयान मैं दो तलवार रखता कौन है
तेरा है वो प्यार तो हम कौन है,और हम से है प्यार तो वो कौन है
हमने तो साबित क्या अपना प्यार,जिसने उछाल दी इज्जत वो कौन है
तूने तो कहा था दोस्त है वो तेरा,उसने कहा तू प्यार उसका तो हम कौन है
मेरे एक खत से तकलीफ हुई इतनी,उसने तो हदे तोड़ दी इसका जिम्मेदार कौन है
सवाल जो मुझ पर उठाए तुमने,ये बताओ गुनहगार हम है तो खतावार
कौन है
साथ निभाएंगे जिंदगी भर तेरा जाना,ये तो बता दो के तेरा प्यार कोन है

194 Views

You may also like these posts

शायर हुआ हूं मैं
शायर हुआ हूं मैं
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
एक रुबाई...
एक रुबाई...
आर.एस. 'प्रीतम'
** मुक्तक **
** मुक्तक **
surenderpal vaidya
कब टूटा है
कब टूटा है
sushil sarna
अपनों का गम
अपनों का गम
Kanchan verma
मोबाइल के बाहर
मोबाइल के बाहर
Girija Arora
मेरी पावन मधुशाला
मेरी पावन मधुशाला
Rambali Mishra
नमाज़ों का पाबंद होकर के अपने
नमाज़ों का पाबंद होकर के अपने
Nazir Nazar
अहा! जीवन
अहा! जीवन
Punam Pande
*भेदा जिसने है चक्रव्यूह, वह ही अभिमन्यु कहाता है (राधेश्याम
*भेदा जिसने है चक्रव्यूह, वह ही अभिमन्यु कहाता है (राधेश्याम
Ravi Prakash
तितलियां
तितलियां
Adha Deshwal
"दुनिया को दिखा देंगे"
Dr. Kishan tandon kranti
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
तुझको पाकर ,पाना चाहती हुं मैं
तुझको पाकर ,पाना चाहती हुं मैं
Ankita Patel
वृक्षारोपण कीजिए
वृक्षारोपण कीजिए
अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य )
कौन हो तुम मेरे?
कौन हो तुम मेरे?
Jyoti Roshni
परोपकार!
परोपकार!
Acharya Rama Nand Mandal
दरअसल Google शब्द का अवतरण आयुर्वेद के Guggulu शब्द से हुआ ह
दरअसल Google शब्द का अवतरण आयुर्वेद के Guggulu शब्द से हुआ ह
Anand Kumar
"डोली बेटी की"
Ekta chitrangini
आस
आस
Shyam Sundar Subramanian
एक ख्याल हो तुम
एक ख्याल हो तुम
Chitra Bisht
जाने कहाँ से उड़ती-उड़ती चिड़िया आ बैठी
जाने कहाँ से उड़ती-उड़ती चिड़िया आ बैठी
Shweta Soni
दशकंधर
दशकंधर
*प्रणय*
कुछ तो मेरी वफ़ा का
कुछ तो मेरी वफ़ा का
Dr fauzia Naseem shad
2694.*पूर्णिका*
2694.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मर्यादा
मर्यादा
Khajan Singh Nain
शाम
शाम
Dr.Pratibha Prakash
"" *स्वस्थ शरीर है पावन धाम* ""
सुनीलानंद महंत
सुनो! बहुत मुहब्बत करते हो तुम मुझसे,
सुनो! बहुत मुहब्बत करते हो तुम मुझसे,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
ग़ज़ल (मिलोगे जब कभी मुझसे...)
ग़ज़ल (मिलोगे जब कभी मुझसे...)
डॉक्टर रागिनी
Loading...