अगर मेरी मोहब्बत का
अगर मेरी मोहब्बत का
आईना टूट गया तो क्या
बेखबर इस दिल को कैसे समझाऊं
यह रूठ गया तो क्या ।
है जो इन निगाहों में
उनकी ये तस्वीर
इन निगाहों को अब मैं बताऊं क्या
अगर मेरी मोहब्बत का
आईना टूट गया तो क्या ।।
वो दिन वो रातें
जो गुजारे थे तेरे संग
अब मैं उन पलों को बताऊं क्या
अगर मेरी मोहब्बत का
आईना टूट गया तो क्या ।
हो गई हो जो तुम मुझसे दूर
उन मुलाकातों का अब क्या
अगर मेरी मोहब्बत का
आईना टूट गया तो क्या ।।