अगर पुरुष नारी में अपनी प्रेमिका न ढूंढे और उसके शरीर की चाह
अगर पुरुष नारी में अपनी प्रेमिका न ढूंढे और उसके शरीर की चाहत न रखे तो नारी से अच्छा कोई मित्र नहीं हो सकता ।
अगर पुरुष नारी में अपनी प्रेमिका न ढूंढे और उसके शरीर की चाहत न रखे तो नारी से अच्छा कोई मित्र नहीं हो सकता ।