अगर गौर से विचार किया जाएगा तो यही पाया जाएगा कि इंसान से ज्
अगर गौर से विचार किया जाएगा तो यही पाया जाएगा कि इंसान से ज्यादा खुदगर्ज़ , वहशी , विध्वंसक और धूर्त प्राणी इस पूरी क़ायनात में कोई नहीं है ।
ये अलग बात है कि उसने छ्द्म भेष धारण कर के अपने चारों ओर मोह , प्रेम , अपनेपन और रिश्ते-नातों की एक नकली दुनिया बना रखी है……. जिससे वो खुद को और दूसरों को आसानी से भ्रमित करता रहता है ।।
सीमा वर्मा