अगर आप ज़िंदा हैं तो
नज्में लिखिए
नारे लिखिए
जिनसे उठें
अंगारे लिखिए…
(१)
खुलकर लिखना
अगर नामुमकिन
कम से कम
इशारे लिखिए…
(२)
जो काम आएं
इंकलाब के
वो सबक़ अब
सारे लिखिए…
(३)
जुल्मतों के
दौर में ही
पैदा होते हैं
सितारे लिखिए…
(४)
सड़क से लेकर
संसद तक
सब के सब हैं
नकारे लिखिए…
(५)
मीडिया और
चुनाव आयोग को
लोकतंत्र के
हत्यारे लिखिए…
(६)
कौन कहता
दरिया में कूदें
आप बैठकर
किनारे लिखिए…
#Geetkar
Shekhar Chandra Mitra
#गीतकार #बॉलीवुड #lyricist #अवामी
#politics #Poet #writer #जनवादी
#लेखक #कवि #शायर #सच #विद्रोही