अखण्ड छंद (भारत माता)
अखण्ड छंद 8 मात्रा।
सभी भारती। करो आरती।।
अपनी माता। भाग्य विधाता।
शीश हिमालय। बोलो जय जय
चरण धुलाता ।खुशी मनाता।।
सागर जिसके ,
वही हमारी, प्यारी प्यारी
सारे जग से,न्यारी न्यारी,
भारत माता ।
इसका हमको,सब कुछ भाता।
गुरू सक्सेना
नरसिंहपुर मध्यप्रदेश
30/11/22