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24 Oct 2024 · 1 min read

अक्सर ये ख्याल सताता है

अक्सर ये ख्याल सताता है
तू मेरे ख्वाबों में क्यों आता है
रिश्ता मुकम्मल ना हो सका तब
तू फिर फिर उम्मीदें क्यों जगाता है

चित्रा बिष्ट

1 Like · 63 Views

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