अक्सर यूं कहते हैं लोग
अक्सर यूं कहते हैं लोग
कितना आसान है शायर बन जाना
दो इसकी कहीं दो उसकी कहीं
बस यूं ही दास्तां का बन जाना
लेकिन यह क्या जाने जमाना
कितना दर्द छुपा है
शायराना अंदाज में
अपने गमों को दूसरों
पर डालकर मुस्कुराना।
हरमिंदर कौर, अमरोहा (उत्तर प्रदेश)