अक्सर तुट जाती हैं खामोशी …
अक्सर तुट जाती है खामोशी ,
दिल झांझोड के तू जाती है ,
भुला नही पाता मैं ,
तेरी याद में वो ओठोंसे लग जाती है …
तू एक बार आके चली गई ,
तेरी याद रोज सांज दस्तक देती है ,
भुलने को तो तुने कहा ,
वो भूलने कहा देती है …
मुझे डूबाकर मानेगा ,
ये जो दिल का रिश्ता है ,
तड़पन पल पल है मुझको ,
ना मै ,ना दिल सोता है …
क्या जैसे जलता हु मै ,
वैसे तू भी जलती है ,
झुठ झुठ ही सही कहँ दे ,
तू मुझको याद करती है …