Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Feb 2023 · 1 min read

अक़्सर बूढ़े शज़र को परिंदे छोड़ जाते है

अक़्सर बूढ़े शज़र को परिंदे छोड़ जाते है
नर्म छाँव के रिश्तों का धागा तोड़ जाते है

✍️©®’अशांत’ शेखर

3 Likes · 3 Comments · 322 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
दवाखाना  से अब कुछ भी नहीं होता मालिक....
दवाखाना से अब कुछ भी नहीं होता मालिक....
सिद्धार्थ गोरखपुरी
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Neelofar Khan
#आदरांजलि-
#आदरांजलि-
*प्रणय*
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Godambari Negi
हिस्सा,,,,
हिस्सा,,,,
Happy sunshine Soni
ख़त्म अपना
ख़त्म अपना
Dr fauzia Naseem shad
फिर आई बरसात फिर,
फिर आई बरसात फिर,
sushil sarna
जिन्हें बरसात की आदत हो वो बारिश से भयभीत नहीं होते, और
जिन्हें बरसात की आदत हो वो बारिश से भयभीत नहीं होते, और
Sonam Puneet Dubey
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
हिंदी लेखक
हिंदी लेखक
Shashi Mahajan
पुष्प
पुष्प
इंजी. संजय श्रीवास्तव
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
स्त्री न देवी है, न दासी है
स्त्री न देवी है, न दासी है
Manju Singh
चुप रहने की आदत नहीं है मेरी
चुप रहने की आदत नहीं है मेरी
Meera Thakur
कहाँ चल दिये तुम, अकेला छोड़कर
कहाँ चल दिये तुम, अकेला छोड़कर
gurudeenverma198
*भाई और बहन का नाता, दुनिया में मधुर अनूठा है (राधेश्यामी छं
*भाई और बहन का नाता, दुनिया में मधुर अनूठा है (राधेश्यामी छं
Ravi Prakash
विचारों की रोशनी
विचारों की रोशनी
Dr. Kishan tandon kranti
.पुराना कुछ भूलने के लिए
.पुराना कुछ भूलने के लिए
पूर्वार्थ
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
कैसे ज़मीं की बात करें
कैसे ज़मीं की बात करें
अरशद रसूल बदायूंनी
उमंग जगाना होगा
उमंग जगाना होगा
Pratibha Pandey
8) दिया दर्द वो
8) दिया दर्द वो
पूनम झा 'प्रथमा'
आत्माभिव्यक्ति
आत्माभिव्यक्ति
Anamika Tiwari 'annpurna '
फूल
फूल
Punam Pande
चिंगारी बन लड़ा नहीं जो
चिंगारी बन लड़ा नहीं जो
AJAY AMITABH SUMAN
कभी मज़बूरियों से हार दिल कमज़ोर मत करना
कभी मज़बूरियों से हार दिल कमज़ोर मत करना
आर.एस. 'प्रीतम'
वादा
वादा
Bodhisatva kastooriya
मेरी पहली चाहत था तू
मेरी पहली चाहत था तू
Dr Manju Saini
अंधेरे में भी ढूंढ लेंगे तुम्हे।
अंधेरे में भी ढूंढ लेंगे तुम्हे।
Rj Anand Prajapati
सब दिन होते नहीं समान
सब दिन होते नहीं समान
जगदीश लववंशी
Loading...