अंधेरे की रोशनी हो तुम।
अंधेरे की रोशनी हो तुम।
किसी मिष्टान्न की चाशनी हो तुम।
आपसे नाराज और खुशमिजाज न हो तो किससे हो।
क्योंकि इस मतलब भरी दुनिया में एक आप ही तो अपनी हो।
RJ Anand prajapati
अंधेरे की रोशनी हो तुम।
किसी मिष्टान्न की चाशनी हो तुम।
आपसे नाराज और खुशमिजाज न हो तो किससे हो।
क्योंकि इस मतलब भरी दुनिया में एक आप ही तो अपनी हो।
RJ Anand prajapati