अंदाज़
कभी वक्त बदलता है
कभी हालात बदलते हैं ,
आपकी परिस्थिति
के अनुसार
लोगों के अंदाज़
बदलते हैं
जिसकी जैसी जरूरत
वैसा उसका रूप,
संभाल कर चलना
यारों!
मलकियत यहां
रातों-रात बदलते हैं।
कभी वक्त बदलता है
कभी हालात बदलते हैं ,
आपकी परिस्थिति
के अनुसार
लोगों के अंदाज़
बदलते हैं
जिसकी जैसी जरूरत
वैसा उसका रूप,
संभाल कर चलना
यारों!
मलकियत यहां
रातों-रात बदलते हैं।